बस्ती

अपनी ही सरकार में लाचार दिखे BJP नेता, सपा नेताओं का मिला साथ, जांच के आदेश

 

बस्ती हत्याकांड: अपनी ही सरकार में लाचार दिखे BJP नेता, सपा नेताओं का मिला साथ, जांच के आदेश

भाजपा नेता जुलुश की शक्ल में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डीएम का आवास घेर लिया. बीजेपी नेता सत्ता पक्ष में होने के बावजूद पुलिस के खिलाफ अभद्र नारे लगाते रहे.

           थाने के अंदर पिटाई फिर उसके बाद मौत की बेहद ही दर्दनाक और सनसनीखेज खबर ने पूरे जिले को हतप्रभ कर दिया. नाबालिग किशोर आदर्श उपाध्याय के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए सभी नेता एक साथ प्रशासन के खिलाफ लामबंद हुए और कार्यवाही करवा कर ही दम लिया. मगर सवाल यह उठता है कि आखिर इतने गंभीर मामले में भी क्यों जिम्मेदार मूकदर्शक बने रहे. संवेदनहीनता इस कदर दिखी कि एसपी घटना की जानकारी होने के बावजूद न तो घटना स्थल पर गए और न मृतक किशोर के परिजनों से ही बात की. जब पूरे जिले के पूर्व मंत्री से लेकर जिला अध्यक्ष, विधायक सब एक साथ मुखर हुए, तब जाकर 10 घंटे बाद प्रशासन बैकफुट पर आया और ताबड़तोड़ कार्यवाही हुई.

पूरा मामला दुबौलिया थाना क्षेत्र के उभाई गांव का है, जहां एक नाबालिग बच्चे आदर्श उपाध्याय को मारपीट के मामले में थाने लेकर आई, थाने में हर पूरी रात थर्ड डिग्री से टॉर्चर किया गया. सुबह जब उसकी हालत बिगड़ने लगी तो पुलिस वाले आदर्श को उसके घर जबरदस्ती छोड़ आए. इसके बाद आदर्श ने खून की उल्टी करना शुरू कर दिया. हालत गंभीर होता देख परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरिया लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मौत के बाद जिले के नेताओं में उबाल देखने को मिला. बीजेपी और सपा के नेता मंत्री और विधायक आदर्श को न्याय दिलाने के लिए एकजुट हो गए. 

ये नेता पहुंचे

आदर्श के शव का पोस्ट मॉर्टम हाउस में पोस्टमार्टम हुआ, मगर परिजन शव का दाह संस्कार करने को तैयार नहीं हुए. दिनभर नेताओं का ताता लगा रहा. सबसे बीजेपी के स्थानीय विधायक अजय सिंह मृतक आदर्श के परिजनों से मिले, इसके बाद ये सिलसिला जारी हुआ तो शाम तक चलता रहा. पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता राजकिशोर सिंह, दर्ज प्राप्त राज्य मंत्री महेश शुक्ला, बीजेपी के जिला अध्यक्ष विवेकानंद मिश्रा, सपा के दो-दो विधायक अपने सैंकड़ों नेता और कार्यकर्ताओं को लेकर पोस्ट मॉर्टम हाउस पर जमे रहे. सभी की एक सूत्रीय मांग थी कि दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाए. 

पोस्ट मॉर्टम संपन्न होने के बाद भी परिजन शव ले जाने को तैयार नहीं हुए. थक हारकर बीजेपी के जिला अध्यक्ष ने एसपी से बात की मगर कोई एक्शन नहीं हुआ. इसके बाद भाजपा नेता जुलुश की शक्ल में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डीएम का आवास घेर लिया. घंटों बीजेपी कार्यकर्ता डीएम आवास के गेट पर जमे रहे. बीजेपी नेता सत्ता पक्ष में होने के बावजूद पुलिस के खिलाफ अभद्र नारे लगाते रहे. वही दूसरी तरफ सपा के विधायक महेंद्र नाथ यादव और कविंद्र चौधरी भी अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ डीएम के कार्यालय में धरना शुरू कर दिया. 

हुई कहासुनी

सपाई मृतक आदर्श के पिता को साथ लेकर डीएम दफ्तर पर बैठ गए और मांग करने लगे कि मामले में तत्काल कार्यवाही हो. कार्यवाही का संदेश लेकर जब एडीएम मौके पर पहुंचे तो सपा विधायक महेंद्र यादव से उनकी कहासुनी हो गई. डीएम को बुलाने की मांग पर अड़े सपा विधायकों से बात करने डीएम खुद पहुंचे और कार्यवाही के बारे में अवगत कराया.

वही जिला अधिकारी रवीश कुमार गुप्ता के निर्देश पर कार्यवाही करने के बाद एडिशनल एसपी ने पूरे मामले को लेकर बयान जारी करते हुए कहा कि मामले में कार्यवाही की जा रही है. जिसमें सबसे पहले दरोगा जितेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है. इसके अलावा दुबौलिया थाने में तैनात एक दरोगा और सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है. इतना ही प्रकरण की मजिस्ट्रियल जांच भी बैठा दी गई जिसकी रिपोर्ट आने के बाद दोषी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा.

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